ये खबर पढ़ कर आपको आश्चर्य तो ज़रूर होगा और दिल व दिमाग में हज़ार सवाल एक बार में ही आ जाएंगे कि कैसे वैज्ञानिक ख़ोज सकते हैं सरस्वती को इस पूरे ब्रम्हांड में तो आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए ये बताना बहुत ज़रूरी हैं की यहाँ सरस्वती एक विशालकाय गैलेक्सी का नाम हैं।
पृथ्वी से कितनी दूर है
भारत के आला वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से क़रीबन 4 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्तिथ ब्रह्माण्ड में एक बहुत बड़ी गैलेक्सी ( मन्दाकिनी समूह ) का पता लगाया हैं , इस मन्दाकिनी समूह को “सरस्वती ” का नाम दिया गया है।
यह समूह इतना भव्य हैं कि इसे मंदाकिनियो का महासमुद्र भी कहा जा सकता हैं , ये लगभग 65 करोड़ प्रकाश वर्ष की परिधि में फैला हुआ हैं।
इसका स्वरुप इतना भव्य हैं कि इसके अंदर 10 -12 हज़ार मंदाकिनिया समां सकती हैं।
आज भी कायम है भारतीयों का ख़गोलविज्ञान में दबदबा
भारत के वैज्ञानिकों ने एक बार फिर ये सिद्ध कर दिया कि हम भारतीय आज भी ख़गोल विद्या में किसी से भी पीछे नहीं , हमारी संस्कृति हमारा ज्ञान सब हमारे डीएनए में आज भी विद्यमान हैं जैसे करोड़ वर्ष पहले हुआ करता था।