इस दौरान भूमिपूजन के अवसर पर विधायक प्रतिनिधि द्वारिका टंडन, बसंतपुर सरपंच केंवट, अलगू पटेल, युवा मोर्चा के महामंत्री मिस्टर इंडिया भार्गव, चंद्र प्रकाश दिनकर, महादेव खूंटे, बजरंग पटेल सहित समस्त भाजपा कार्यकर्ता एवम् समस्त ग्रामवासी बसंतपुर उपस्थित रहे।
ऐसा नही है कि हम केवल रंगमंच एवं चबूतरा को बस बनाकर छोड़ दे,हमे इसका सदुपयोग भी करना है और कैसे करना है तो इसका बहोत सा रास्ता है सबसे पहले तो हमे साफ-सफाई पर ध्यान देना है ऐसा नहीं कि गांव समाज के लिए उपलब्ध सामाजिक भवनों चाहे रंगमंच,चबूतरा या अन्य सभी बैठक भवनों की स्वच्छता पर भी ध्यान देना है नही तो ऐसा होता है कि पसुएँ आकर गोबर कर देता है और धीरे-धीरे यैसे करके गंदगी जमा होने लग जाता है।
अब रही बात इनके सही तरीके से उपयोग में लाने की तो हमे समय-समय पर अपने गाँव में कुछ छोटे-मोटे सांस्कृतिक कार्यक्रम नाच,गान एवं नाटक जैसे आयोजन कराते रहना चाहिए क्योंकि कला बहुत बड़ा माध्यम है आगे बढ़ने का,कला से छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़ो सभी के अंदर एक उत्साह पैदा होता है और जिससे भविष्य में आगे चलकर उनमें से ही कोई छोटा-बड़ा कलाकार बनता है इस प्रकार हम रंगमंच से बहोत लाभ ले सकते है।
क्योंकि यदि गांव समाज में एकता है तो हम छोटे से बड़े सभी समस्याओं से लड़कर उनपर सफलता हासिल कर सकते है।और जब कोई गांव "एक राह,एक सलाह" के साथ कार्य करें तो उस गांव एवं समाज को आगे बढ़ने से कोई ताकत नहीं रोक सकता।इस प्रकार अपना वक्तब्य रखते हुए एक सकारात्मक दिशा की ओर कार्य करने के लिए लोगों को प्रेरित एवं उत्साहित किया।